BinduPrakash
23 Dec, 2020
मासूम बचपना
हम मासूम ही अच्छे हुआ करते थे।
खुल कर हंस तो लिया करते थे।।
पल भर में लड़ते और पल भर में झगड़ते थे।
और पल भर में दोस्त बन जाया करते थे।।
कहां आ गए इस समझदारी के दलदल में,
जितना निकलो पीछा ही नहीं छोड़ती।।
Paperwiff
by binduprakash
23 Dec, 2020
Binduprakash
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