BinduPrakash
BinduPrakash 24 Dec, 2020
आंखे
सोते आंखों में भी सपने होते हैं। खुली आंखों में हकीकत होते हैं।। सुकून की जिंदगी कहा रह गई है। हंसते हुए आंखों में भी पानी होते हैं।।

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by binduprakash

24 Dec, 2020

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