याचना
तूलिका में रंग भर दे बन्द आँखों से जो दिखता तू उसे साकार कर दे । सजते हैं जो दृश्य मनोहर, अन्तर मन के कैनवास पर उसे दिखा दूँ जग जीवन को इतना तो अभिव्यक्ति शक्ति दे सज जाये कण-कण धरती का पुलकित मन हो हर प्राणी का, सतरंगी मानव जीवन हो ऐसी तू साकार शक्ति दे ।
Paperwiff
by bideshwarlalkarn