मेरे प्यारे फौजी भाइयों,
किसी ने क्या खूब कहा है और भारतीय सेना ने हर बार इस पंक्ति को साबित किया है।
" फना होने की इजाजत ली नहीं जाती
यह वतन की मोहब्बत है जनाब पूछकर
की नहीं जाती"
भारतीय सेना विश्व की सबसे बड़ी सेनाओं में से एक है ।
दुश्मनों के छक्के छूट जाते हैं इस सेना का सामना करने में। इसीलिए तो हमारे कायर पड़ोसी छद्म युद्ध का पैंतरा अपनाते हैं ।वह जानते हैं भारतीय सेना का सामना करना यानी खुद ही यमराज को न्योता देने वाली बात है।
हम सब आपकी बहादुरी के आगे नतमस्तक हैं आप सरहद में हैं इसीलिए हम अपने घरों में चैन से सोते हैं।
आप अपने परिवारों से दूर, दुर्गम स्थानों पर, ऐसे इलाकों में जहां रहना बेहद कठिन है, माइनस 17 डिग्री के तापमान को झेलते ,जान की बाजी हर दिन लगाते हुए अपनी कर्मठता का परिचय देते हैं।
इसी के साथ आप देश का उस समय भी साथ देते हैं जब यहां आपातकाल स्थिति पैदा हो जाती है जैसे बाढ़ आ जाती हैं या भूकंप आ जाता है उस समय भी भारतीय सेना सुरक्षा कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती है व जान और माल दोनों की सुरक्षा करती है।
ऐसे में कभी बहुत दुखी हो जाती हूं यह सोच कर कि क्या हम जनता आपके इस बलिदान के काबिल भी है?
आखिर आप इतनी कठिनाई, इतना जोखिम ,किसके लिए लेते हैं? देश के लिए ना?
देश प्रेम के के चलते ही सैनिक हंसते-हंसते जान पर खेल जाते हैं।
मगर जब देशवासियों को अपने अपने स्वार्थ के चलते आपस में लड़ते हुए देखती हूं , बड़े नेताओं को अराजकता फैलाते हुए देखती हूं , अव्यवस्था देखती हूं तो दुखी हो जाती हूं ! लगता है किसी का बलिदान व्यर्थ जा रहा है।
मैं आपको यकीन दिलाना चाहती हूं कि अब ऐसा नहीं होगा। हम आप के बलिदान ,आपकी बहादुरी, आपकी कर्मठता के लायक बनेंगे ।
जितना गर्व हम आप पर करते हैं आप भी हम देशवासियों पर कर पाएंगे ऐसी कोशिशें नई पीढ़ी कर रही है।
धीरे-धीरे देश बदल रहा है वह समझ रहा है क्या जरूरी है ?
सबसे जरूरी है देश इसी से हमारी पहचान है, इसी से हमारा मान है , सम्मान है ।
देश का ऋण न केवल सैनिकों को बल्कि हर देशवासी को चुकाना है , एक अच्छा नागरिक बनकर अपना काम पूरी ईमानदारी से करते हुए देश को विकास के पथ पर ले जाना है।
आपके के देशप्रेम को सलाम
आपकी सदैव ऋणी
अवंती श्रीवास्तव
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
सार्थक सृजन
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