ARCHANA ANAND
31 Jul, 2020
मरम्मत
मैं हर उदासी पर लिख डालता हूँ एक पंक्ति
दिन ,हफ़्तों ,महीनों मैं जोड़ता हूँ उनके टुकड़े
बना लेता हूँ इन पंक्तियों से कविताएँ
इस तरह मैं अपनी रूह की
मरम्मत कर लेता हूँ !
Paperwiff
by archana2jhs
31 Jul, 2020
प्रेरक अतिलघु कथन
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