Anvesha Rathi
Anvesha Rathi 28 Jun, 2023
Picture prompt - 4
मेरी चंद पंक्तियां एक नृत्यकार की नजर से........... जैसे आत्मा बिन शरीर अधूरा है , जैसे भाषा बिन कविता का सार अधूरा है, जैसे संस्कार बिन संस्कृति अधूरी है, जैसे चांद बिन चांदनी अधूरी है , जैसे जल बिना यह जीवन अधूरा है , जैसे कलम बिन लेख अधूरा है , जैसे मार्गदर्शक बिन विद्यार्थी अधूरा है , जैसे सुर बिन संगीत अधूरा है, जैसे कला बिन कलाकार अधूरा है , वैसे ही तुम बिन कहां मेरा अस्तित्व पूरा है l

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by anvesharathi1

28 Jun, 2023

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