बिटिया हुई है,
जल्दी से बचत करनी शुरू करो!
स्कूल जाने लगी है,
जल्दी से इसे पहनने ओढ़ने का सलीका सिखाओ!
कॉलेज जाने लगी है,
जल्दी घर के काम करने का तरीका सिखाओ!
मंडप तैयार है
जल्दी से कन्या को बुलाओ!
बहू आ गई,
जल्दी से स्वागत के लिए आओ!
बहू आज रसोई की रस्म निभाएगी,
बहू! जल्दी जल्दी हाथ चलाओ!
बहू अब जल्दी से हमें
पोते का मुंह दिखाओ!
मेरे कपड़े तैयार कर दिए क्या;
जल्दी मेरा टिफिन भी ले आओ!
बहू जल्दी मेरी चाय ले आओ!
मुन्ने को जल्दी चुप कराओ!!
जल्दी जल्दी करते हुए,
धीरे धीरे खुद को भूल जाओ।
अनीता भारद्वाज
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
Sach me bahut hi real aur touching ❤️👌
बहुत सही चित्रण👏🏻👏🏻👏🏻
Shukriya aap दोनों का
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