_मां सरस्वती जी की आराधना_
वीणा पाणी मां तू शारदे ,
वीणा की झंकार करो;
ज्ञानदायिनी, हंसवाहिनी
नमन मेरा स्वीकार करो।।
तू शंकर के डमरू में है ;
तू राधा के घुंघरू में है;
तू मुरली की बंसी में है,
तू शक्ति के भक्ति में है ।
तन मन धन है सब कुछ तेरा,
सबका मां उद्धार करो ;
ज्ञानदायिनी, हंसवाहिनी
नमन मेरा स्वीकार करो।।
तू जग जननी ,
मातृ कृपाला ;
दुख भय हरती,
करती निहाला।
दया दृष्टि कर दो
हम पर मां ,
थोड़ा सा उपकार करो ;
ज्ञानदायिनी, हंसवाहिनी
नमन मेरा स्वीकार करो।।
इस तमस को
दूर कर दे ,
ज्योति वाहिनी
ज्योति भर दे;
दिनन के दुख देख मां
सबके कष्ट , संताप हरो।
ज्ञानदायिनी, हंसवाहिनी
नमन मेरा स्वीकार करो।।
वीणा पाणी मां तू शारदे ,
वीणा की झंकार करो;
ज्ञानदायिनी, हंसवाहिनी
नमन मेरा स्वीकार करो।।
धन्यवाद✍🏻✍🏻✍🏻
~Akhil upadhyay
@crux_of_akhil
@_just_akhi_
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
जय माँँ सरस्वती
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