देश प्रेम ( माध्यम - कव्वाली गीत)

देश प्रेम की कहानी । एक नन्हें से बच्चे की जुबानी ।

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Akhilesh  Upadhyay
Akhilesh Upadhyay 24 Jul, 2020 | 1 min read

मेरी कलम की ताकत में उतनी ताकत नहीं जो इस प्रेम को शब्दो से बयां कर पाए ... !!!

इसलिए चंद पंक्तियों को लेकर एक छोटे बच्चे की उसके देश के प्रति चेतना , उत्साह , प्यार व्यक्त करना गीत के माध्यम से अधिक प्रभावशाली होता है ....

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गुल खिले गुलशन खिले और खिले ये देश।

कव्वाली पढ़ने वालो को ,सबको ये संदेश।

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मिटने को तो मिट रहे....

              शांति और प्रतीक , 

कभी ना मिटने पाएगा ....

              मेरा प्यारा भारत देश।

आन रखेंगे .......

           मान रखेंगे......


आन रखेंगे ,मान रखेंगे ...

भारत मां की शान रखेंगे ।

आन रखेंगे मान रखेंगे 

आन रखेंगे मान।। - 2

आज झुठ और हिंसा का बोलबाला है...

जहां जाओ वहां सच्चाई का मुख काला है..

सबके दिल में धधकती ज्वाला है..

खुदा जाने क्या होने वाला है..

आज नहीं तो कल के खातिर ..-2

हम नन्हे हनुमान बनेंगे ...

आन रखेंगे मान रखेंगे 

आन रखेंगे मान।। - 2

सुनो ए हिन्द!सुनो अब देश के किसानों तुम 

बच्चे , बूढों सुनो , सुनो ऐ देश के जवानों तुम..

आज फिर मां ने कोई धुन गुनगुनाया है..

इन गद्दारों का अंतिम समय दिखाया है ...

आज नहीं तो कल के खातिर..-2

            हम सच्चे सुल्तान बनेंगे ।

आन रखेंगे मान रखेंगे 

आन रखेंगे मान।। - 2


जय हिन्द । जय भारत ।।

धन्यवाद् ।।।

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~Akhilesh upadhyay

@_just_akhi_

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Akhilesh Upadhyay

akhileshupadhyay

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

  • Kumar Sandeep · 4 years ago last edited 4 years ago

    बहुत खूब

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