Aadi
Aadi 24 Jul, 2022
वो ठेहराव
उस पत्थर पर मेरा सारा सलिल समान अस्तित्व मानो जैसे तेजस समान होता रहा.. नियतांक की गणितीय संरचना मैंने सीखी थी.. मंद था कुछ जो व्याप्त था, किन्तु व्याप्ति का सारा रहस्य उसने मेरे उन नैनों में भर दिया, जो कहीं योग बिन्दु को एक टक लगाए देख रहे था.. वो मंद रहस्य, वो मंद होता मैं.. और उसका शिवलीन हो जाना..... आदिरमानी✍️🌺

Paperwiff

by aadi

24 Jul, 2022

वो ठेहराव

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.