Aadi
14 Jul, 2022
तुम
ये जो समस्त साहित्य है न, ये तुम्हारे पलके उठाने के बाद के नज़ारे हैं.., वो नज़ारे जो हम देखने लगते हैं ..! इसकी सारी गहराइयाँ बस प्रेम तक पहुँचने की यात्रा है।
आदिरमानी✍️💫
Paperwiff
by aadi
14 Jul, 2022
तुम ,जो मुझमें हो..
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