बीते दिन भूलकर अब नई पहचान बनानी है,
हर कदम होगा साथ बस इस मिट्टी पर जान लुटानी है,
हाथ मे होगा हाथ और तिरंगा झण्डा सीने मे,
कोई देखे मेरे भारत को तो उसकी शान मिटानी है।।
खत्म हो गया गुलाम भारत अब यहाँ पर,
करते है हम शिकार अब घर मे है घुसकर,
जो कोई देखे मेरे भारत के ऊपर यहाँ,
अब उसको यहाँ उसकी अंतिम सांस गिनानी है।।
एक नया भगत सिंह बन दुनिया को अांख दिखानी है,
भारत माँ की गोद मे ही हमे जान लुटानी है,
आसमान के कदमो तक इसकी निशानी बनानी है,
मुझे मेरे भारत के दिल मे जगह बनानी है।।
-उदित जैन
@imuditjain
@_uduaash_ink_
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
सुंंदर रचना
Thanks
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