दिल मे आज कुछ करने का विचार आया,
सुध-बुध खोकर रसोई से फरमान आया।।
कोशिश की पहले पर आज इम्तिहान आया,
सोचा खास तो बिस्कुट बनाने का ख्याल आया।।
मन मे ड़र था कैसे बनेगा आज सब,
दिल की सुन विधि समझने का दिमाग आया।।
घी,शक्कर,पानी गरम कर मिलना आया,
ड्राई फ्रूट्स को मिला स्वाद से हाथ मिलाया।।
पिसान को धीरे-धीरे ड़ाल रोल बनाया,
फिर समतल कर उसे बिस्कुट की आकृति मे लाया।।
धीमी आंच कर गैस को धीरे-धीरे उसी आकार मे लाया,
बिस्कुट को तैयार कर मन बहुत खिलखिलाया।।
घर मे सबको खिला बिस्कुट अपना अधिकार बताया,
कुछ करने की लग्न को फिर से एक बार सफल बनाया।।
-उदित जैन
@imuditjain
@_uduaash_ink_
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
वाह,
शुक्रिया जी 🙏🙏🙏
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