वो अजनबी इंसान

सपनो को हकीकत मे ढूँढ़ने चले है।

Originally published in hi
Reactions 2
619
udit jain
udit jain 11 Jun, 2020 | 1 min read
beinovative short story stayhealthy social youngster human relationship sad staysafe world bepositive stayhome paperwiff friend india love life

मेरे ख़्यालो की रानी है वो,

है कोई परी या नदी का पानी है,

कौन है वो मुझे कुछ पता ही नही,

मेरे सपनो मे आती है यही बस कहानी है।।


सुंदर सी मूरत उसकी,नैन मोती जैसे है,

गालो की लाली,दिल मे बसती जाती है,

दीर्घ चोटी पहाड़ जैसा तन है,

प्यासा सा मै तो वो पानी से थोड़े न कम है।।


हर कहानी का किस्सा सी है वो,

मै जहाँ चलूँ मेरी परछाई सी है वो ,

मेरा साया बनकर मेरे संग रहती है वो,

मेरे हर लफ्ज को बिन कहे समझ जाती है वो।।


सपनो सी बन कर जीवन मे रह गई वो,

कविता को अपनी अजनबी यादों मे खो गई,

मंजिल नही मिली सफर की तलाश मे यहाँ,

अजनबी से शहर मे अकेला छोड़ गई वो।।


-उदित जैन 

(Delhi)

2 likes

Published By

udit jain

_uduaash_ink_

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.