परछाई

जीवन के अंत समय तक नही रहती यह साथ

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udit jain
udit jain 22 Jul, 2020 | 1 min read
death shadow selfmood archivements life

जीवन के जो अंतिम क्षण तक थी जो मेरे साथ,

है परछाई जो देती कभी न मरने के बाद साथ।।


अंधेरों मे जो सबको डराती करती न भेदभाव,

सबकी परछाई एक सी दिखती दिखाती न जातपात।।


अंदर से कौन है कैसा यहाँ पर पता नही लगता,

परछाई दिखाती है सबको यहाँ पर एक जैसा।।


छोटा भी जब बड़ा है बनता दुनिया पर न हुक्कम है करता,

जीवन की वह उसी भीड़ मे अपने ही कर्मो से लड़ता।।


परछाई जीवन की राह सिखाती न जाती जो मरने के बाद भी,

जीव अपने परायो मे खोया मरते मरते भी जीवन का हिसाब लगये।।


-उदित जैन

@imuditjain

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