अपने शरीर से रोग को दूर करें,
चलो आज हम योग करें।।
मन स्वस्थ हो, तन स्वस्थ हो,
जीवन का हर पल मस्त हो,
रोग से कोई नही अब ग्रस्त हो,
चलो योग करके शरीर रोगमुक्त करें।।
सूरज की पहली किरण से पहले उठ,
निरोगी काया बने ऐसा कुछ प्रयास करें,
आने वालें कल को उज्जवल बनाकर,
चलो हम आज योग करें।।
प्रणायाम,अनुलोम-विलोम,कपाल भाती कर ईश्वर को प्रणाम करें,
अपनी निज शक्ति को महसूस करके आज हम व्यायाम करें,
गृह क्रियाओ मे सक्रिय बने हम,
चलो हम आज योग करें।।
प्रकृति की सेवा करके,मिलते सभी शुद्ध पदार्थ,
खाना-पीना ध्यान करके हम,
अपनी आत्मा को शुद्ध करें,
दूषित वातातरण से संभलकर थोड़ा दुनिया की सोचे,
चलो हम आज योग करें।।
सुख-दुख भूल जीना सिखें
अपनी शक्ति से मिलना सिखें,
ईश्वर की भक्ति मे डूबकर,
चलो हम आज योग करें।।
-उदित जैन
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
No comments yet.
Be the first to express what you feel 🥰.
Please Login or Create a free account to comment.