पहली नजर का प्यार

पहली नजर का प्यार यह ग़ज़ल क्रश पर लिखी गई है

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Dr Jyoti agrawal
Dr Jyoti agrawal 01 May, 2020 | 0 mins read

बस यूंही मुलाकात हो गई है तुमसे भरी महफ़िल में,

दिल कुछ कह रहा है इस बंजर जमीन में,

कहा दिल ने कि यह सख्श मेरे दिल में बस गया है,

हंसकर दिमाग ने कहा ये नहीं हैं तेरे नसीब में,

सोचा कि कह ही दूं उससे दिल की बाते,

शायद इससे आ जाऊं उसके दिल के करीब में,

फिर ख्याल आया कि रहने ही दे,

वो नहीं आएगा मेरी दिल की ज़मीन में,

अब तो दिल ने यह ठान लिया है

तुझे दीवाना बनाकर जोड़ेंगे खुद के तकदीर में,

मालूम चला जो तुम हो किसी और कि नजरों से घायल,

" ज्योति " रहने देगी तुम्हे उसी की गिरफ्त में।

ज्योति अग्रवाल

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