काजल :- एक श्रृंगार

एक सुहागन जब १६ श्रृंगार करती है तो उसे सबसे सुंदर माना जाता है, और काजल उनमें से एक है।

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Dr Jyoti agrawal
Dr Jyoti agrawal 23 May, 2020 | 0 mins read

रंग काला जो चढ़ा मदहोश करने यूं लगा है।

उन निगाहों को सजाकर सर हमारे यूं चढ़ा है।।

बंदगी यूं कर रहा वो दो नशीले जाम लेकर।

सुर्ख काले रंग से उन्हें बांधने यूंही चला है।।

वो सजाकर नैन कजरारे चला कर पूछती है ।

जो नशा उसके बिना वो भी नहीं संभल रहा है।।

मैं हुआ मदहोश उनकी मदमस्त वो देख आंखे।

पूछती हैं हंसकर वो सूरमा कैसा सजा है।।

मैं बिठा कर सामने कहता बताओ "ज्योति" तुम ये।

इन निगाहों की जमीं में राज तुमसा क्या छिपा है।।

ज्योति अग्रवाल

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