यदि मै डॉक्टर होती
तो उन लोगों मे से होती
वह लोग जिन्हें सब मानते हैं
भगवान के बराबर
मुसीबत के वक्त
ईमानदार से हूं कहती
भेद किसी जीव में फिर कैसा
सामर्थ्य अनुसार सेवा करती
मेरा चेहरा भी फिर
उस मुस्कान के साथ चमकता
जब जीवन बचाने का आनंद लेती
मेरी सेवा मानव जाति के लिए
बहती नदियों की तरह होती ,
मुझे भी शांति दूत के रूप में
जाना जाता चारो ओर
मानव सेवा ही फिर मेरा
एकमात्र सपना होता
मेरी ऊर्जा भी पहाड़ से गिरती
नदियों सी होती
मैं भी बिना स्वार्थ
सब लोगों की सेवा करती
मैं भी ऐसे लोगों को सम्भालती
जो जिंदगी से हारे हुए हैं
मैं भी दूसरों का दर्द दूर करती,
हानि या लाभ की परवाह किए बिना
मैं फिर वह होती जो
आज के दौर में परिवार से प्यारे हैं,
जो हमारे आंसू पोछने के लिए खड़े हैं,
ताकि हम मौत के डर को छोड़ दे
डॉक्टर्स देवता द्वारा भेजे गए
स्वर्गदूत हैं
मुझे यकीन है,
अगर मैं भी डॉक्टर होती तो
इस रोगग्रस्त दुनिया के लिए,
उनके इलाज के लिए
आज की इतनी स्वार्थी
और मतलबी दुनिया के लिए
स्वर्गदूत जैसे इंसानों को
बचाने के लिए फिर तैयार रहती
काश कि मै भी देवदूत होती
हाँ उनकी तुलना
दूसरों से नहीं की जा सकती,
जिन्हें हम 'डॉक्टर' के रूप में जानते है।
©सुषमा तिवारी
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
Very nice 👌👌
@babita thanx dear
निःसंदेह एक काबिलेतारीफ सृजन।
Waah, bahut sunder
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