Sushma Tiwari
09 Nov, 2020
जीवन की धूप-छांव
वक़्त-वक़्त की बात होती है
परिस्थतियों में भी कभी धूप कभी छांव होती है
क्या छुपाना सबसे, बस सोच कर बोलना
क्योंकि जब धूप आएगी, तो हम बोले ना बोले
ये परछाईयां सब सच बोलती है!
Paperwiff
by SushmaTiwari
09 Nov, 2020
परछाईयां बोलती है
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