Sushma Tiwari
09 Sep, 2020
मेरी मजबूरी
मैं शाख से गिरती नहीं
पर मेरी मजबूरी तो समझो
एक बार ही सही
वो शाख नज़रे झुका कर
मुझे देख तो ले
जिसके लिए
तमाम उम्र उससे लिपटी रही
Paperwiff
by SushmaTiwari
09 Sep, 2020
क्या ज्यादा चाह लिया
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
No comments yet.
Be the first to express what you feel 🥰.
Please Login or Create a free account to comment.