मैं उन लोगों के लिए कुछ पोस्ट करने की सोच रहा थी जो लड़कियों को जज करते हैं उन कि ड्रेस स्टाइल से। आप क्या सोचते हैं ? क्या किसी लड़की के चरित्र को उसके कपड़े और ड्रेसिंग सेंस को देखकर आंका जाना चाहिए? मेरी माँ ने मुझे सिखाया था जब मैं छोटी थी की दूसरी महिला के प्रति सम्मानजनक दृष्टि रखें हमेशा और खुद भी जो भी कपड़े हमें सहज महसूस होते हैं पहने, लेकिन मुझे लगता है कि कोई भी कपड़े जो युवा लड़किया या बड़ी महिला के द्वारा पहना जाए , वह हमेशा दूसरों द्वारा की गई टिप्पणी का शिकार होगा । लोगों की प्रतिक्रिया देख कर लगता है कि समस्या कपड़े पहनने के तरीके को कंट्रोल करना है ही नहीं । लोग समाज में, महिलाओं को वस्तुओं के रूप में देखने में अनुकूल हैं। उनके शरीर, चाहे कैसे भी ढंग से ढंके हुए हो, कामुकता सामने वाले की आँखों में दिखेगी ना की महिला के कपड़ों में, इसका मतलब यह है कि जब भी लोग एक महिला के किसी भी खुले अंग को देखते हैं, टांगे हो, सीने के पास का हिस्सा या कंधे, जो भी वो इस प्रक्रिया में उनके अंदर की मानवता को भूल जाते हैं। तुरंत एक महिला के एकमात्र पहलू को देखा जाता है। महिलाओं को भोग वस्तुओं के रूप में देखना हम सह भी ले चलो जाने दो, लेकिन एक बार जब वह भोग वस्तु बन जाती है, तो वह कुछ और नहीं हो सकती है, वह एक अच्छी औरत , बुद्धिमान, राजनीतिक रूप से जागरूक या सम्मानजनक नहीं हो सकती है। लोग उन महिलाओं से डरते हैं जो इन सब से अधिक हो सकती हैं जबकि वास्तव में उन्हें उनकी प्रशंसा करनी चाहिए और उनसे प्रेरित होना चाहिए। आप कभी भी किसी व्यक्ति के चरित्र को कपड़ों से नहीं आंक सकते हैं। कपड़े की तुलना के अलावा भी बहुत कुछ है।
देवी या devil
चरित्र कपड़ों से तय करोगे
Originally published in hi
Sushma Tiwari
16 Nov, 2019 | 1 min read
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