अच्छे लोग! हाँ सुनने में ही कितना सकरात्मक लगता है ना? जी हां बस यही समझ लीजिए दुनिया बस इन्हीं अच्छे लोगों के वजह से बची हुई है।
बचपन से ही माँ उन लोगों का उदाहरण देती थी "उन लोगों से सीखो जो सुबह उठ कर पढ़ते हैं, अपना काम करते हैं.. बिना माँ को परेशान किए।" हाँ तभी से यकीन है, माँ झूठ नहीं बोलती तो कवायद वहीं से शुरू ही सीखने की, अच्छे लोगों से। हम शायद ज्यादा ना मिले हो पर उदाहरण जरूर मिलते हैं। आइए जानते हैं कौन है वो लोग-
1. दिन रात हर जगह समाचार में ये जो जातीय धर्म भेदभाव दिखाते हैं, अच्छे लोगों को कोई फर्क़ नहीं पड़ता वो नफरत नहीं भाइचारे और प्यार के साथ रहते हैं।
2.बहुत कमियां हैं देश में, इंसान में अच्छे लोग हर वक़्त अपनों की बुराई और दुर्भाग्य का रोना नहीं रोते बल्कि अपनी तरफ से कोशिश करते हैं।
3. सब अपने दर्द में डूबे हुए हैं, और अच्छे लोग किसी का दिल नहीं दुखाते बल्कि किसी के चेहरे पर मुस्कान देखने के लिए चोट भी सह लेते हैं।
4. सोच समझ कर कुछ कर , जी हां सिर्फ दो मिनट लगते हैं, प्रतिक्रिया देने से पहले दो मिनट सोच ले कहीं आपकी एक प्रतिक्रिया किसी अच्छे को आगे बढ़ते हुए को पीछे लौटने पर मजबूर ना कर दे। अच्छे लोग सीढ़ी बनते हैं, रास्ते काटते नहीं।
5. अच्छे लोग अच्छे रिश्ते बनाते हैं, उन्हें निभाते भी है, क्या हुआ जो हर कोई आपसे सहमत नहीं.. हाथों की पांचो उंगलिया बराबर तो नहीं, फिर भी एक साथ है तभी कारगर है।
6. अच्छे लोग सकारात्मक सोच रखते हैं और सकरात्मकता ही फैलाते है, तभी तो आप अनायास ही अच्छे लोगों की तरफ आकर्षित हो जाते हैं।
तो बहुत सी बातें हैं अच्छेअच्छे लोग! हाँ सुनने में ही कितना सकरात्मक लगता है ना? जी हां बस यही समझ लीजिए दुनिया बस इन्हीं अच्छे लोगों के वजह से बची हुई है।
बचपन से ही माँ उन लोगों का उदाहरण देती थी "उन लोगों से सीखो जो सुबह उठ कर पढ़ते हैं, अपना काम करते हैं.. बिना माँ को परेशान किए।" हाँ तभी से यकीन है, माँ झूठ नहीं बोलती तो कवायद वहीं से शुरू ही सीखने की, अच्छे लोगों से। हम शायद ज्यादा ना मिले हो पर उदाहरण जरूर मिलते हैं। आइए जानते हैं कौन है वो लोग-
1. दिन रात हर जगह समाचार में ये जो जातीय धर्म भेदभाव दिखाते हैं, अच्छे लोगों को कोई फर्क़ नहीं पड़ता वो नफरत नहीं भाइचारे और प्यार के साथ रहते हैं।
2.बहुत कमियां हैं देश में, इंसान में अच्छे लोग हर वक़्त अपनों की बुराई और दुर्भाग्य का रोना नहीं रोते बल्कि अपनी तरफ से कोशिश करते हैं।
3. सब अपने दर्द में डूबे हुए हैं, और अच्छे लोग किसी का दिल नहीं दुखाते बल्कि किसी के चेहरे पर मुस्कान देखने के लिए चोट भी सह लेते हैं।
4. सोच समझ कर कुछ कर , जी हां सिर्फ दो मिनट लगते हैं, प्रतिक्रिया देने से पहले दो मिनट सोच ले कहीं आपकी एक प्रतिक्रिया किसी अच्छे को आगे बढ़ते हुए को पीछे लौटने पर मजबूर ना कर दे। अच्छे लोग सीढ़ी बनते हैं, रास्ते काटते नहीं।
5. अच्छे लोग अच्छे रिश्ते बनाते हैं, उन्हें निभाते भी है, क्या हुआ जो हर कोई आपसे सहमत नहीं.. हाथों की पांचो उंगलिया बराबर तो नहीं, फिर भी एक साथ है तभी कारगर है।
6. अच्छे लोग सकारात्मक सोच रखते हैं और सकरात्मकता ही फैलाते है, तभी तो आप अनायास ही अच्छे लोगों की तरफ आकर्षित हो जाते हैं।
तो बहुत सी बातें हैं अच्छे लोगों की, वो हम सबके अंदर है.. जरूरत है उन्हें पहचाने बाहर लेकर आए। लंबी जिंदगी को बड़ी बनाइए और अच्छाई फैलाए। क्यूँकी जरूरत है अच्छे लोगों की, अच्छे समाज की, अच्छे देश की और अच्छी दुनिया की। लोगों की, वो हम सबके अंदर है.. जरूरत है उन्हें पहचाने बाहर लेकर आए। लंबी जिंदगी को बड़ी बनाइए और अच्छाई फैलाए। क्यूँकी जरूरत है अच्छे लोगों की, अच्छे समाज की, अच्छे देश की और अच्छी दुनिया की।
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
No comments yet.
Be the first to express what you feel 🥰.
Please Login or Create a free account to comment.