पास के कमरे में घुस कर उसने कहीं से अस्पताल से मिलते जुलते कपड़े निकाले। उसे पता था कि चारो ओर सीसी टीवी कैमरा लगा है और बच कर निकलना शायद मुश्किल है पर वह किसी भी हालात में रिस्क लेना चाहता था। नर्स चेंजिंग रूम के अंदर कोई नहीं था..शायद प्रयोग में हुई गडबड के चलते सब को मीटिंग में बुलाया गया था। वहीं उसे एक एक्सेस कार्ड भी मिल गया जिसके बिना बिल्डिंग से निकलना नामुमकिन था।
उधर मीटिंग हॉल में मिस्टर बिसरा ने सबको बुलाया था।
"आपको ध्यान रखना होगा कि ये बात बाहर ना जाए"
जॉन का रिसीवर सामने की टेबल पर 10 महीने के शिशु के रूप में जीवन के अंतिम क्षणों को जी रहा था।
"सिस्टर डेला! आपका आई डी कार्ड कहाँ है?"
"सर! वो शायद मैं चेंजिंग रूम में भूल आई"
तेज कदमों से चलती हुई वो रूम तक आई। अपना आई कार्ड नहीं मिला.. उसे लगा शायद जॉन वाले रूम में गिरा दिया होगा। वहाँ जाकर देखती है जॉन नहीं है तो दौड़ कर आकर बताती है सब को।
चारो ओर अफरातफरी मच जाती है।
मिस्टर बिसरा ऑर्डर देते हैं कि जिंदा या मुर्दा पकड़ो पर जॉन बिल्डिंग के बाहर नहीं जाना चाहिए।
उधर जॉन बिल्डिंग से बाहर आ जाता है पर वो जानता है कि उसे खोजते हुए उसके घर तक आएंगे सब। घर जाना सुरक्षित ना होगा ना उसके लिए ना उसके परिवार के लिए।
जॉन अपने दोस्त सैम को फोन लगाता है और सारी बात बताता है। सैम कहता है कि हमे तुम्हारे रिसीवर के परिवार को खोज कर उन्हें बताना होगा। वो पैसे वाले लोग है इतने बड़े लोगों से टक्कर लेने के लिए बड़ी मदद चाहिए होगी।
जॉन जहां से फोन करता है वही देखता है कि बड़े बड़े डिजिटल स्क्रीन पर न्युज आ रही थी मशहूर व्यापारी की अचानक मौत हो गई वो किसी बीमारी से ग्रसित थे। पर स्क्रीन पर व्यापारी की फोटो देख जॉन का माथा ठनका। ये तो उसका रिसीवर था, उसकी मौत को सिटी रिसर्च वालों ने बीमारी का नाम दे दिया।
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