Shweta Gupta
Shweta Gupta 16 Nov, 2022
मेला
जब यादों का मेला मैं सजाती हूँ, बचपन के सुनहरे पलों में खो जाती हूँ, लौट आते काश वो दिन, बस उन्ही दिनों को याद कर मैं मुस्कुराती हूँ.

Paperwiff

by Shweta Gupta

16 Nov, 2022

Quote

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.