Shweta Gupta
Shweta Gupta 01 Mar, 2023
सफर
आँखें बंद कर अपने बचपन के सफर पर निकल जाती हूँ मैं कभी कभी, जहाँ मंज़िल की चाह नहीं थी, बस दोस्तों संग बेफिक्र ज़िन्दगी बितानी थी.

Paperwiff

by Shweta Gupta

01 Mar, 2023

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