कवि की पूंजी "कविता"
तिनके - तिनके जैसे गिनके इक - इक अक्षर को है पूजा, कवि के खातिर "कविता" के सम नहीं जरूरी कोई दूजा, -©® शिवांकित तिवारी "शिवा"

Paperwiff

by Shivankittiwariofficial

11 Dec, 2020

Poetry is My whole life ❤️

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.