भाग्य भरोसे मत रह बन्दे..
किस्मत से लड़कर आगे बढ़, अपनी क़िस्मत खुद लिख ख़ुद पढ़, भाग्य भरोसे बैठ कभी मत, भाग्य बदल चल स्वयं बना पथ, मिटा लिखा क़िस्मत का लेखा आगे बढ़, बदल दे अपनी भाग्य की रेखा आगे बढ़, -© शिवांकित तिवारी "शिवा"

Paperwiff

by Shivankittiwariofficial

08 Dec, 2020

भाग्य के भरोसे कभी मत रहो.!

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