बात कुछ उस समय की है जब हेमा ओर कल्लू की शादी हुई थी।कुछ समय तक सब ठीक चला उसके बाद कल्लू गलत दोस्तो के साथ उठने-बैठने लगा और उन लोगो के साथ दोस्ती कर ली।फिर क्या था वह रोज शराब पी कर गाली-गलौच करता और मारा-पिटी भी करता।यह उसकी आदत बन चुकी थी।वह रोज की तरह शराब पी कर आया और बाहर ही हेमा के साथ मारा-पीटी करने लगा औऱ हेमा के बाल पकड़ कर घसीटता हुआ घर के अंदर लाया और बहुत पिटाई की।कल्लू खुद भी बहुत कमजोर हो गया था।मोहल्ले में भी कोई उनकी इज्जत नही करता था।अगले दिन हेमा रोशनी के पास गई और जोर-जोर से रोने लगी।रोशनी उसकी परेशानी जानती थी।वो दोनों अच्छी दोस्त जो थी।
रोशनी की बात मान कर अगले दिन हेमा कल्लू को ले कर नशामुक्ति केंद्र गई वहाँ जा कर पता चला कि कल्लू की शराब पीने की आदत अब तीसरी अवस्था पर पहुँच गई है।जिसने लिए कल्लू को 2 साल के लिए नशामुक्ति केन्द्र में ही भर्ती करवाना होगा।
2 साल कैसे निकल गए कुछ पता नही चला।आज कल्लू घर आने वाला था हेमा बहुत खुश थी।कल्लू पहले की तरह बिलकुल ठीक हो गया था।उसे अपने किए पर बहुत अफसोस भी था।
तो चलिए आज हम शराब और उसकी लत के बारे में और जानकारी ले-
पदार्थ संबंधी विकार( Substance Related Disorders) शराब की लत-
शारीरिक या मानसिक रूप से जब कोई व्यक्ति किसी चीज पर आश्रित हो जाता है तो उस स्थिति को लत या Addiction कहते हैं। लत अनेक चीजों से हो सकती है जैसे – हैरोइन, चरस, गांजा, शराब, तम्बाकू, बीड़ी, सिगरेट, गुटका, जर्दा आदि। लम्बे समय तक यही कोई व्यक्ति शराब आदि का सेवन करता हैं तो उसे शराब की लत लग जाती है।
अत्यधिक शराब पीने के नुकसान-
*शारीरिक नुकसान होता है।
*पारिवारिक कलह होता है।
*सामजिक एवं आर्थिक क्षति होतो है।
शराब छोड़ने के उपाय-
*शराब छोड़ने का पक्का निश्चय करे।
*उन परिस्थितियों एवं दोस्तों की संगति से बचें जो शराब सेवन को बढ़ावा देते हैं।
*शराब की खाली बोतलें, कैन आदि घर से बाहर फेंक दें।
*जब Drink करने की सम्भावना लगे उस समय पहले ही खाना खालें।
*पानी एवं अन्य तरल पदार्थो का भरपूर मात्रा में सेवन करें।
सविता कुशवाहा
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