Priyanka Rathi
Priyanka Rathi 19 Aug, 2023
दर्द
उस स्त्री के दर्द को शब्दों मे मैं बया ना कर सकूंगी जिसके त्यौहारों की खुशी हाथों की मेहंदी माथे की लाली अब बरकरार नहीं; दोष उसका नहीं फिरभी उसके भाग्य में अब दोहरी जिम्मेदारियां आई।

Paperwiff

by Priyanka Rathi

19 Aug, 2023

दर्द

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

Please Login or Create a free account to comment.