Priyanka Rathi
16 Jun, 2023
तलाश
कोई खोज के ला दे वो बचपन की हसीं ,
कोई खोज के ला दे वो बचपन की मासूमियत,
लड़ाई, झगड़े सब थे पर रंजिशें ना थे,
गिले शिकवे बस जुबा पे थे पर दिल साफ़ थे सबके,
स्वार्थ नहीं था कहीं, ख्वाहिशें मगर चांद-तारो तक थी ।
जो भी था खुशी थी-2।
Paperwiff
by irarathikgdf
16 Jun, 2023
तलाश
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