"मैं नारी हूँ"

नारी शक्ति को एक कविता के रूप में दर्शाने की कोशिश।

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Charu Chauhan
Charu Chauhan 24 Sep, 2020 | 1 min read
Be strong Woman life Womanpower Equality Gender discrimination

मैं एक नारी हूँ,

दुनिया कहती है मैं बेचारी हूँ,

लेकिन नहीं यह संपूर्ण सत्य...

क्योंकि अब अबला से सबला बनने की पूरी तैयारी है।


मैं एक नारी हूँ,

दुनिया कहती है मैं छुई-मुई सी हूँ, 

लेकिन नहीं, यह भ्रम है सबका.... 

क्योंकि मैं अब तेज कटारी हूँ। 


मैं एक नारी हूँ, 

दुनिया कहती है मैं माता-पिता पर भारी हूँ, 

लेकिन नहीं यह अब का तथ्य... 

क्योंकि पुरुषों से कंधा मिलाकर चलने की हमने भी ठानी है। 


मैं नारी हूँ, 

दुनिया कहती है मैं समझ में कच्ची हूँ, 

लेकिन नहीं, तुच्छ सोच का है यह हिस्सा.... 

क्योंकि मैं अब आसमान की भी रानी हूँ। 


मैं एक नारी हूँ, 

दुनिया कहती है मैं बस आधी आबादी हूँ, 

लेकिन नहीं यह पूर्ण विराम.... 

क्योंकि पूरे ब्रह्माण्ड की हम जननी हैं।। 



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Charu Chauhan

Poetry_by_charu

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

  • Mayur Chauhan · 4 years ago last edited 4 years ago

    Sarahniye....

  • Sonnu Lamba · 4 years ago last edited 4 years ago

    बहुत सुन्दर

  • Sonia Madaan · 4 years ago last edited 4 years ago

    Nice, na Jane kyun nari ki tulna kamzor se hoti hai...!! Well written

  • Shubhangani Sharma · 4 years ago last edited 4 years ago

    Very nice

  • Charu Chauhan · 4 years ago last edited 4 years ago

    Thanks to all supporter 🙏🙏

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