बारिश तेरे रूप अनेक

बारिश एक, लेकिन यह सबके लिए अलग अलग रूप में होती है।

Originally published in hi
Reactions 3
1113
Charu Chauhan
Charu Chauhan 19 Jul, 2020 | 1 min read
Worried #emotions Dancing Love Rain Feelings Care

रिमझिम बरसात और इसके दोहरे ज़ज्बात,


कहीं पकौड़ोंं संग इलायची की चाय की प्याली,

तो कहीं टपकती छत का पानी सींचती कोई बेचारी ।


एक तरफ बरसात में भीगती-दौड़ती मन मयूर को नचाती अल्हड सी लड़की, 

तो कहीं बारिश के पानी में आँसू छिपाती कोई पागल दीवानी । 


कहीं कोई चाय की टपरी में छिपने की नाकाम कोशिश करता हुआ नौजवान, 

तो कोई छाता उड़ाता आसमान को चुनौती देता सा खुद्दार। 


कहीं गड्ढे के पानी में छ्प-छपाक करते आनंदित से बच्चे, 

तो कहीं प्लास्टिक की बोरियों से घर को बचाने में लगा जिम्मेदार सा बचपन। 


सच में बारिश एक और इसके रूप अनेक।



स्वरचित व मौलिक

© चारु

3 likes

Published By

Charu Chauhan

Poetry_by_charu

Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

  • Mayur Chauhan · 4 years ago last edited 4 years ago

    बहुत खूबसूरती से दर्शाया है।

  • Yogesh Kumar · 4 years ago last edited 4 years ago

    Very nice

  • Charu Chauhan · 4 years ago last edited 4 years ago

    Thank you guys

Please Login or Create a free account to comment.