"हाँ, ये बात और है"

प्रेम में जो हिचकिचाहट होती है उसी को दर्शाती है मेरी यह छोटी सी कविता।

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Charu Chauhan
Charu Chauhan 29 Sep, 2020 | 0 mins read
Romance Life Love Feelings Hesitation

तुमसे ज़िन्दगी है मेरी, तू मेरी जान है,

लेकिन यह बात जताती कम हूँ......ये बात और है !

जब से तुम्हें जाना है खुद को बेहतर से पहचाना है,

लेकिन जानना तुझे कम ही चाहा... हाँ ये बात और है!!

जब भी तेरे होंठ मिले हैं मेरे होठों से, एक अजीब सा सुकून मिला है....

मिलाया जरा कम ही करती हूँ होठों को... ये बात और है!

ख्वाहिश है उम्र भर तेरे साथ रहने की,

ये बात तुम्हें बतायी नहीं कभी.... हाँ ये बात और है!!



© चारु


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Charu Chauhan

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Comments

Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓

  • Sonia Madaan · 4 years ago last edited 4 years ago

    Well penned 👏

  • Charu Chauhan · 4 years ago last edited 4 years ago

    Thank u @Sonia mam.... You always appreciate me.

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