तुमने कहा, इस बार मेरा प्रॉमिस... I love you and I'll love you forever.....
ठीक है, लेकिन मुझे उससे भी अधिक की कामना है तुमसे। हो सकता है यहाँ मैं थोड़ी स्वार्थी तुम्हें लगने लगूँ, लेकिन प्यार से अधिक भी मुझे चाहिए। हाँ ये सच है..... मुझे तुमसे कुछ और वादें भी चाहिए।
तो मुझसे वादा करो कि तुम ना सिर्फ मुझसे प्यार करोगे... मेरे हर हालत में मेरे साथ रहोगे। वादा करो मेरा आत्मसम्मान सदैव मुझमें रहेगा। मेरे अधिकारों का हनन ना करोगे और ना होने दोगें। वादा करो कि... मेरी स्वतंत्रता हमेशा मेरी रहेगी। अनावश्यक, बनावटी सामाजिक परम्पराओं के बीच उसका दम नहीं घुटने दोंगे। वादा करो कि हालात चाहे कुछ भी हो तुम मेरा विश्वास, मेरा गुरूर कभी नहीं तोड़ोगे और जो गलतियाँ तुमने की उन्हें फिर नहीं दोहराओगे। क्यूंकि हो सकता है इस बार प्यार पर मेरा आत्मसम्मान भारी पड़ जाए । इतना तो तुम शायद अब तक जान ही चुकें होंगे कि मेरा स्वाभिमान मेरे लिए मेरा सब कुछ है स्वाभिमान नहीं तो कुछ भी नहीं। तो यह वादा दोनों ही करें...ना मैं तुम्हारा स्वाभिमान को धिक्कारु और ना तुम मेरे स्वाभिमान को कभी ठेस पहुँचाओ। माना मेरा रुतबा तुमसे है लेकिन उससे भी पहले मेरा एक अपना भी वजूद है। वादा करो मेरा वजूद पर बेवजह तुम कभी उंगलीं नहीं उठाओगे। मेरे अभिमान को अपने तामसिक अभिमान मे कभी घमंड का नाम तुम नहीं दोगे। वादा करो सिर्फ मेरी छाया के ही नहीं मेरी धूप के भी तुम साथी होंगे......।
ऐसा नहीं है कि प्यार नहीं है या नहीं चाहिए लेकिन अपना आत्मसम्मान, अपना वजूद को धूमिल कर मैं प्यार कर पाऊ ये भी तो मुमकिन नहीं है। अपने आत्मविश्वास के बगैर एक अच्छी प्रेमिका/अर्धांगिनी तो कभी नहीं बन सकतीं। पहचान तो मेरी समाज के हिसाब से बहुत हैं जैसे कभी माँ पिता से तो कभी तुमसे। लेकिन वादा करो तुम भूल ना जाना उससे पहले मेरी पहचान मेरी नारी होने से है। उस पहचान को तुम कभी खोने ना देना। बस इतना प्रॉमिस तुमसे इस बार चाहिए।
"और एक वादा आखिर में मैं भी तुमसे करती हूं कि ज़िन्दगी में चाहे जो हो जाए, मैं हमेशा तुम्हारे साथ रहूँगी।"
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
❤️
Please Login or Create a free account to comment.