पड़ोसी वो हमारा पुराना है
बचपन से ही जिद्दि है।
होश ना कभी उसके ठिकाने पर हैं,
करता रहता सबको हमेशा तंग है।
ना मैत्री संबन्धों की इसे कदर, ना किसी आर्गनाइजेशन का खौफ है,
बस उसे तनातनी का शौक है।।
खुल कर कभी सामने आता नहीं,
पीछे से वार करके आँख दिखलाता है।
जबरन कब्ज़ा भारतीय जमीन पर करता है,
शायद भूल रहा हमारे सिपाहियों में भरा कितना दम है।
हर बात का मुहँ तोड़ जवाब देंगे, नाको चने चबवा देंगे,
सभ्य रहो तुम ऐ चीन...नहीं तो नकेल डालना हम भारतीय को अब अच्छे से आता है।।
अभी तो बात सिर्फ वित्तीय बहिष्कार की है,
कहीं तुम्हारा पूरा ही बहिष्कार ना कर दें हम।
कान खोल कर सुन लो... डरने वाला अब यहाँ कोई नहीं है,
यह कोई 1962 नहीं 2020 है।
सम्भल जाओ ऐ चीन...नहीं तो वो दिन दूर नहीं, जब पड़ोसी होने का दर्जा भी खो दोगे तुम ।।
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
👌👌👌👌👌
👏👏👏
Thank you #Babita ji
Please Login or Create a free account to comment.