Charu Chauhan
Charu Chauhan 30 Aug, 2021
मैं
मैं किरण हूँ उम्मीद की, लौ हूँ सुनहरे कल की आशा की। खोज ही लूँगी समाने को तुझमें, कोई दरख़्त, कोई खिड़की।।

Paperwiff

by charudv3p6

30 Aug, 2021

उम्मीद

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