Charu Chauhan
27 Nov, 2020
"अतीत"
अतीत के गलियारे से गुजरती हूँ लेकर जब हथेली पर जुगनू ,
पाती हूँ कुछ काले स्याहे पन्ने, कहीं बिखरे गुलाबी गुलाब के सूखे पत्ते ,
खनकते विंड-चायंम से गहरे होते कभी खुशी कभी गम वाले पल ।।
Paperwiff
by charudv3p6
27 Nov, 2020
पल
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