Charu Chauhan
19 Nov, 2020
"मर्द"
रो लेने दो उन्हें भी,
कभी-कभी टूट जाने भी दो।
भावनाओं का समुन्दर उनमें भी उमड़ता है,
दर्द उनकी आँखों से भी छलक सकता है।
हाँ...फबता है उन पर भी बिखर जाना,
मर्द है वो, कोई पत्थर नहीं ।
Paperwiff
by charudv3p6
19 Nov, 2020
InternationalMen'sDay
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