मैं डरता हूँ ईश्वर से
इसलिए नहीं सोचना चाहता हूँ
कभी भी किसी का बुरा
मैं नहीं चाहता हूँ
कभी भी किसी का दिल दुखाना
मैं जानता हूँ
इस दुनिया में
इंसानों के साथ छल करना
तो है बेहद आसान
पर ईश्वर के साथ
छल करना अपने पाँव पर
कुल्हाड़ी मारने जैसा है
क्योंकि ईश्वर सबकुछ देखते हैं
जब ईश्वर क्रोधित हो जाते हैं
तो कर देते हैं तबाह
पूरी दुनिया को
हर उस शख़्स को
जो करता है कभी-न-कभी
किसी के साथ बुरा बर्ताव
जो दिल दुखाता है दूसरों की
इसलिए मैं डरता हूँ
ईश्वर से और नहीं चाहता हूँ
कुछ भी गलत करना किसी के साथ ।।
मैं डरता हूँ ईश्वर से
क्योंकि,मैं जानता हूँ
मैं जो भी करता हूँ
वो सबकुछ ईश्वर देखते हैं
और एक दिन जब
रुठ जाते हैं हमसे
किसी बात पर तो
असहनीय सजा देकर
सबक सिखलाते हैं
इसलिए मैं हर छोटी-छोटी
बातों का रखता हूँ विशेष ख़्याल
जब कभी आँखों के सामने
दिखाई देती है मुझे
नन्ही-नन्ही चीटियाँ तो
मैं आगे कदम नहीं बढ़ाता हूँ
यदि मेरे पाँव के नीचे
आ जाती वो नन्ही चींटियाँ
तो मारी जाती इसलिए
मैं पाँव आगे नहीं बढ़ाता हूँ
जानता हूँ ईश्वर अपनी खाताबही
में रखते हैं हमारे द्वारा
किए गए कर्म का पूरा हिसाब
इसलिए मैं डरता हूँ ईश्वर से।।
©कुमार संदीप
मौलिक, स्वरचित, अप्रकाशित
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
Bahut khub likha hai
Well said Sandeep
Thanks @Jyoti di
@Talib sir Thanks a lot
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