"तू कुछ नहीं कर सकता सन्नी बड़ी-बड़ी बातें करता रहता है केवल। तुम्हारे बस की नहीं है अच्छे अंक लाना बोर्ड परीक्षा में। छोटे-छोटे टॉपिक्स को भी तू सही से नहीं समझ पाता है।" अपने सहपाठी रौशन की इस बात को सुनकर सन्नी के मन को गहरा ठेस पहुंचा। तभी सन्नी के बगल में बैठे उसके मित्र अजीत ने सन्नी का हौंसला बढ़ाते हुए कहा, "सन्नी इसे कहने दे जो कहना है इसे। तू हर रोज़ मेहनत करता रह। तू निश्चित कुछ बेहतर करेगा एक दिन। अजीत द्वारा कहे ये शब्द अब सन्नी के हौंसले को द्विगुणित कर रहे थे।
©कुमार संदीप
मौलिक, स्वरचित, अप्रकाशित
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
Have a great story 👍👍
Inspiration often becomes the force👍👏👏👏👏👏👏
धन्यवाद अमरजीत
चारु मैम🙏🙏
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