ग्रामवासियों सादर नमस्कार!
ग्रामवासियों पाँच वर्ष में एक बार आपको मौका मिलता है सुयोग्य प्रतिनिधि को चयन करने का। इस स्वर्णिम अवसर का लाभ उठाकर आपका भविष्य भी स्वर्णिम बनेगा इसमें कोई शक नहीं है। पर एक बात ध्यान रहे मतदान करने से पूर्व किसी के भी झांसे में आने की बजाय सही जगह पर मतदान करें।
भारत गाँवों का देश है, यदि गाँव का विकास होगा तभी हमारे देश का विकास संभव है। इसलिए पंचायत चुनाव हेतु चाहे जिला पारिषद, मुखिया, पंचायत समिति, सरपंच,वार्ड सदस्य या पंच का चुनाव करना हो बहुत ही सोचसमझकर मतदान करें। एक अयोग्य उम्मीदवार को मत देकर आपको पाँच बरस पछतावे की नदी में डुबकियाँ लगाने को मजबूर होना पड़ेगा। इसलिए मतदान करें लेकिन सही जगह पर,सही उम्मीदवार के पक्ष में।
एक बात स्मरण रखें बिजनेस में निवेश अर्थात इंवेस्टमेंट इसलिए किया जाता है ताकि भविष्य में लाभ कमाया जा सके इसलिए जब किसी भी पद के उम्मीदवार आपका मत पैसे से खरीदने की बात करें तो सीधे ना कहें। क्षणिक लाभ भविष्य में हानि का कारण बन सकता है। यदि आप चुनाव के दिनों में उम्मीदवार से पैसे लेकर मतदान करेंगे उम्मीदवार जीतकर आने के पश्चात स्वंय का विकास करेंगे न कि आपके समाज का।
गाँव के विकास का दामोदार ग्राम प्रधान पर निर्भर करता है यह सत्य है इसलिए प्रथमतः ग्राम प्रधान(मुखिया) के चयन में सावधानी बरतें उस उम्मीदवार को विजेता का ताज़ कतई न पहनाएं जो अधिक पैसा खर्च कर जनता को लुभाकर मत हासिल करना चाहता है। ग़लत उम्मीदवार का चयन समाज में विकास की गति को धीमा कर सकता है। इसलिए आदर्श ग्राम प्रधान का चयन करें, जो जीतने के बाद भी आपके बीच खड़ा रहे दुख की घड़ी में आपके साथ खड़ा रहे जो समाज के विकास हेतु तत्पर रहे। आदर्श ग्राम प्रधान का चयन समाज में विकास की गति को रफ्तार देगा यह अकाट्य सत्य है।इसलिए मत का दान सही जगह पर हो,यह स्मरण रहे।
ख़ुद भी आदर्श उम्मीदवार का चयन करें व औरों को भी पंचायत चुनाव में सही उम्मीदवार को चुनने के लिए प्रेरित करें। क्योंकि एक व्यक्ति के प्रयास से आदर्श उम्मीदवार को हम समाज की बागडोर संभालने का अवसर नहीं दे सकते हैं, सभी की सहमति और सहयोग ही समाज के विकास में सहायक सिद्ध होगा।
मतदान से पूर्व इन बातों का रखें विशेष ध्यान
●अपने मत का दान उन्हें ही करें जो पद के लायक हों, न कि उन्हें जो पैसे देकर वोट की अपेक्षा रखते हों।
●समाज की बागडोर ईमानदार और कर्मठ व्यक्ति को संभालने का अवसर दें न कि उन्हें जो ख़ुद को समाजसेवी बताने का ढ़ोंग करते हैं।
●उस उम्मीदवार को ही पद भार संभालने का अवसर प्रदान करें जो आपके सुख-दुख में सहभागी बनें न कि उन्हें जो चुनाव के दिनों में ही नज़र आते हैं।
●ग्राम प्रधान उसे ही चुनें जो स्वयं के उद्घार के उद्देश्य से नहीं बल्कि समाज के उद्घार के उद्देश्य से चुनाव में खड़ा हुआ है।
©कुमार संदीप
Comments
Appreciate the author by telling what you feel about the post 💓
हर बार एक नए विषय पर जागरूक करते हुए आपके लेख बिल्कुल चौंका देते हैं |बहुत सराहनीय लेख |
उत्साहवर्धक टिप्पणी प्रेषित कर हौंसला दोगुना करने हेतु आभार मैम🙏
Please Login or Create a free account to comment.