Kumar Sandeep
Kumar Sandeep 19 Jul, 2022
पिता
असमय पिता का साथ यदि छूट जाए तो ज़िंदगी दुख में न गुजारें। अपने चेहरे पर किंचित भी मायूसी न आने दें। हमें अपने चेहरे पर ख़ुशी लाना होगा, ज़िंदगी मुस्कुरा कर ग़ुजारना होगा ताकि हमारे पापा जहाँ भी हों वहाँ वो भी हमें देखकर ख़ुश रहें। परिस्थिति न हो माकूल फिर भी रख चेहरे पर मुस्कान पापा नहीं है दुनिया में फिर भी है बसे वो हमारे मन में।।

Paperwiff

by Kumar_Sandeep

19 Jul, 2022

Father

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