हे अल्लाह!
है एक प्रार्थना आपसे
इस ईद कर दीजिए दूर बेसहारों की तकलीफ
भूख से बिलखते बेसहारों को सहारा दीजिए
उनके जीवन में ख़ुशियां भर दीजिए।।
हे अल्लाह!
है एक गुजारिश आपसे
इस ईद तोड़ दीजिए नफरत की दीवार सभी के मन से
धर्म के नाम पर जो करते हैं रण
उन्हें सद्बुद्धि प्रदान कर दीजिए।।
हे अल्लाह!
मांगता हूं दुआ बस यही इस घड़ी
इस ईद दे दीजिए ख़ुशियों की सौगात संपूर्ण जगत को
गम,दर्द व तकलीफ कर दीजिए दूर संपूर्ण जगत से
भर दीजिए ख़ुशियाँ-ही-ख़ुशियाँ सभी की झोली में।।
हे अल्लाह!
अपने बंदों पर बस आप इतनी रहम कर दीजिए
जो भूख से तड़प रहे हैं सड़क किनारे या यत्र-तत्र
उनके जीवन से दुःख,दर्द दूर कर
उनके जीवन में आप ख़ुशियाँ-ही-ख़ुशियाँ भर दीजिए।।
हे अल्लाह!
इस ईद आपसे तोहफे में बस एक चीज़ मांगता हूँ
कर दीजिए कुछ ऐसा चम्तकार कि
सदा के लिए मिट जाए नफ़रत की दीवार
मिलजुलकर रहें हर मज़हब और धर्म के लोग यहां।।
©कुमार संदीप
मौलिक, स्वरचित, अप्रकाशित
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