इस धरा पर कई महान शख़्सियतों ने जन्म लिया है जिन्होंने अपने कर्म से वचन से व्यवहार से अपनी एक अलग पहचान दुनिया के समक्ष प्रस्तुत की है साथ ही सभी के हृदय में अपनी एक गहरी छाप छोड़ने का प्रशंसनीय कार्य किया है।आज भी महापुरुषों को याद किया जाता है हर दिन क्योंकि उन महापुरुषों ने आजीवन सदा दूसरों की मदद की है कुछ बेहतरीन किया सभी के हित में।
महापुरुषों ने ज़िंदगी से मिले अनुभवों को कलमबद्ध किया है यदि हम आज के दौर में उन महापुरुषों के विचार को अपने जीवन में आत्मसात करने का प्रयत्न करें तो निःसंदेह ज़िंदगी से तमाम झंझावातों से हम छूटकारा प्राप्त कर सकते हैं।इसलिए हमें उन महापुरुषों के विचारों को पढ़ना चाहिए सुनना चाहिए और साथ ही उनके पदचिन्हों पर चलने का प्रयास करना चाहिए तभी हम अपनी ज़िंदगी में एक अलग मुकाम हासिल करने में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
जितने भी महापुरुष हुए हैं उन्होंने अपनी ज़िंदगी को जिस तरह व्यतीत किया है उसके विषय में हमें अध्ययन करना चाहिए और साथ में सीख भी लेना चाहिए।महापुरुषों ने अपने जीवन में अनगिनत कष्ट सहन किए हैं तभी अपनी एक अलग पहचान बना पाने में सफल हुए हैं।बहुत कुछ त्याग करने के बाद तन पर असहनीय कष्ट सहन करने के पश्चात उन्होंने सफलता अर्जित की है।इसलिए सफलता प्राप्ति का मूल मंत्र है कि हम कड़ी मेहनत करने के साथ-साथ शरीर को तपाना जानते हों कुछ अलग करने की चाह मन में रखते हों।
महापुरुषों की जीवनी हमें पढ़ना चाहिए।उन्होंने अपने जीवन में किन-किन कठिनाइयों को किस प्रकार झेला है यह पढ़ना चाहिए और सीख लेना चाहिए।यदि हम उनकी जीवनी पढ़ते हैं उनके विषय में विशेष अध्ययन कर अपनी ज़िंदगी में उन विचारों को आत्मसात करते हैं तो निःसंदेह महापुरुष की श्रेणी में हमारी गिनती बेशक न हो पर हम एक आदर्श इंसान अवश्य बन सकते हैं।
©कुमार संदीप
मौलिक, स्वरचित, अप्रकाशित
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