आज हम आपको आलेख के माध्यम से प्रकृति प्रदत उपहारों के संरक्षण के संदर्भ में कुछ बातें बताने जा रहें हैं जिनसे आप जागरूक होंगे और आप भी मेरी तरह कुछ सार्थक प्रयास करेंगे।लॉक डाउन के वक्त हम अपने-अपने घरों में हैं तो क्यूं न अपनी सुरक्षा के साथ-साथ हम पेड़-पौधों की भी सुरक्षा करें।जी हाँ,मैंने आज के दिन का सदुपयोग किया।वैसे तो हर दिन पेड़-पौधों में हर दिन पानी डालता हूँ पेड़-पौधों की देखभाल करता हूँ।पर इन दिनों विशेष रुप से पेड़-पौधों का संरक्षण कर रहा हूँ।
प्रकृति कितना कुछ देती है हमें।हमें प्रकृति का शुक्रिया अदा करना चाहिए।प्रकृति प्रदत पेड़-पौधे जन्म से लेकर मृत्यु तक हमारी रक्षा करते हैं साथ निभाते हैं तो हमारी भी ज़िम्मेदारी बनती है कि हम पेड़-पौधों की सुरक्षा करें।मैंने आज कुछ नए वृक्षों को लगाया है साथ-ही जिन पेड़-पौधों की स्थिति दयनीय थी उनके देखभाल के लिए सुरक्षा के लिए प्रबंध किया।
हमें नहीं भूलना चाहिए है कि हमारी साँसें चल रही है तो इसमें प्रकृति का बहुत बड़ा योगदान है।प्रकृति हमें इतना कुछ देती है तो हमारी भी ज़िम्मेदारी बनती है कि हम भी प्रकृति प्रदत हर चीज़ों की रक्षा करें।आप भी प्रकृति प्रदत चीजों के संरक्षण हेतु आज प्रण लीजिए।निश्चित ही इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे।
लॉक डाउन लागू है हमारी सुरक्षा के लिए।तो आइए हम अपनी सुरक्षा के साथ-साथ उनकी भी सुरक्षा करें संरक्षण करें जो हमारे लिए सबकुछ समर्पित करते हैं।नए वृक्ष लगाएं और जो वृक्ष लगे हुए हैं उन वृक्षों के संरक्षण हेतु आवश्यक कदम उठाएं।आलेख के अंत में एक बात पुनः आप सभी से अनुरोध करना चाहूंगा कि इन दिनों घर में ही रहें और अपना और अपनों का पूरा ख़्याल रखें।ईश्वर से प्रार्थना है कि आप सपरिवार सदा स्वस्थ व ख़ुश रहें।
©कुमार संदीप
मौलिक, स्वरचित, अप्रकाशित
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