कोरोना वॉरियर्स

Corona warriors को दिल से सलाम है बारम्बार प्रणाम है!

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Kumar Sandeep
Kumar Sandeep 12 Apr, 2020 | 1 min read

इन दिनों लॉकडाउन की वजह से एक ओर जहां हम सभी अपनी ज़िंदगी बचाने के उद्देश्य से अपने-अपने घरों में हैं।वहीं दूसरी ओर भगवान के समान कुछ आदर्श इंसान अपने प्राण की परवाह किए बगैर सभी की रक्षा के लिए रात-दिन तत्पर हैं।शब्दों के माध्यम से उनके इस नेक कार्य की सराहना नहीं की जा सकती है।सलाम है मानवता की सेवा में तत्पर उन योद्धाओं को।

आज कोरोना की जंग से दुनिया के अधिकांश देश लड़ रहें हैं।कोरोना रुपी महामारी से लड़ने में और लोगों की सेवा में प्राण की रक्षा करने में डॉक्टर्स का योगदान अतुलनीय है।अपने जान की परवाह न कर के मरीजों की सेवा व सुरक्षा में दिन-रात लगे हुए हैं सभी डॉक्टर्स।परिवार और सगे संबंधियों से कोसों दूर रहकर आदर्श इंसान के समस्त गुणों का निर्वहन कर रहें हैं डॉक्टर्स।सचमुच डॉक्टर्स के कार्यों की जितनी सराहना की जाए कम है।

पुलीसकर्मी का भी कम योगदान नहीं है इस जंग से लड़ने में।भूखे-प्यासे और अपने परिवार से दूर रहकर लोगों को सजग और सतर्क करने में दिन-रात तत्पर हैं सभी पुलीसकर्मी।हमें उनके कार्यों की सराहना अवश्य करनी चाहिए।जहां कहीं भी पुलीसकर्मी,सुरक्षा कर्मी दिखें उनको सल्यूट कीजिए उनका हौसला अफजाई कीजिए।इस मुश्किल घड़ी में सभी को सुरक्षा प्रदान करने में पुलीसकर्मियों व सुरक्षाकर्मियों का योगदान अतुलनीय है सराहनीय है।

इस वक्त घर में रहना सभी के हित में सही है पर इस प्रतिकूल समय में भी हम तक हर अच्छी और संदेशप्रद ख़बरों को पहुंचाने का सराहनीय और प्रशंसनीय कार्य कर रहें सभी मीडियाकर्मी।न जाने कई लोगों से मिलना पड़ता है उन्हें हर ज़गह की हर ख़बर को हम तक पहुंचाते हैं मुश्किलों की परवाह किए बिना।मीडियाकर्मियों का योगदान भी इस कोरोना रुपी जंग से लड़ने में अतुलनीय है।

मानवता की रक्षा में कुछ समाजसेवी भी दिन-रात निर्धन और असहायों को भोजन देने का कार्य कर रहें हैं।परिस्थिति प्रतिकूल है पर फिर भी सभी की मदद कर रहें हैं कुछ लोग।इंसानियत यही है कि मुश्किल की घड़ी में हम सभी को मदद करें।मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाएं।

सभी कोरोना वॉरियर्स को दिल से सलाम है।कोरोना रुपी महामारी से लोगों की मदद के लिए अपने प्राणों की परवाह किए बगैर जो दिन-रात लगे हुए हैं उन सभी मानव रुपी ईश्वर को बारम्बार प्रणाम है नमस्कार है।

©कुमार संदीप
मौलिक, स्वरचित, अप्रकाशित

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