आज हम आपको इस आलेख द्वारा सजग और सार्थक संदेश देने का प्रयत्न करेंगे।आलेख द्वारा आज हम आपको बताएंगे कि हालात कैसे भी हो हमें उन हालातों का डटकर सामना करना है और मुश्किलों से मुँह मोड़ने की बजाय मुश्किलों का सावधानी बरतकर और काफ़ी सूझबूझ से सामना करना है।
कोरोना वायरस का प्रभाव आज सर्वत्र व्याप्त है।हमारे देश की सरकार ने हमें सार्थक संदेश दी है इस बीमारी से बचाव हेतु।हमें सरकार द्वारा दिए गए दिशा-निर्देश का पालन करना चाहिए और दूसरों को भी सजग करने का सराहनीय कदम उठाना चाहिए।ऐसे किसी भी जगह पर न जाएं जहाँ पर अधिक भीड़ इकट्ठी हो।और उस शख़्स के निकट तो बिल्कुल नहीं जाएं जिनमें इस बीमारी के लक्षण मौजूद हो।
विश्व स्वास्थ्य संगठन(WHO) द्वारा भी कोरोना वायरस से बचाव हेतु सुझाव दिए गए हैं।उन सुझावों का हमें पालन करना चाहिए और यह प्रयास करना चाहिए कि कोरोना का प्रभाव हम पर न पड़े।आपकी सावधानी ही आपको इस मुश्किल से बचा सकती है।बीमार होकर इस बीमारी द्वारा संक्रमित होकर आप न केवल ख़ुद कठिनाइयों का सामना करेंगे अपितु दूसरों को भी संकट प्रदान करेंगे।इसलिए एहतियात बहुत जरूरी है इस वक्त।एक बार पुनः आप सभी पाठकों से अनुरोध करना चाहूंगा कि सरकार द्वारा दिए गए दिशा निर्देश का पालन अवश्य करें और ख़ुद भी स्वस्थ रहें और सभी के स्वस्थ और सुखी जीवन की कामना करें।
ज्यादा आवश्यक कार्य न हो तो इन दिनों घर से बाहर भीड़भाड़ वाले इलाकों में और अन्य जगह पर जाने से बचें।घर में ही अपने परिवार के सदस्यों के साथ कमरे में रहें।और ढ़ेर सारी बातें करें अपनों के साथ और अपनों के विषय में जानने का पूर्ण प्रयत्न करें।घर में बैठे-बैठे यदि आपका मन नहीं लग रहा हो साहित्यक पुस्तकें पढ़ें आपके अंदर सकारात्मक विचार का प्रवाह भी होगा ऐसा करने से।और हाँ एक बात और स्मार्टफोन पर आने वाले भ्रामक संदेशों पर बिल्कुल भी ध्यान मत दें जितना कम हो स्मार्टफोन का प्रयोग करें और प्रयोग करें भी तो अफवाह वाले मेसेज को अनसुना करें।
परिस्थिति चाहे कैसी भी हो ख़ुद को हर परिस्थिति में प्रसन्न रखें ।बुरा वक्त ज्यादा दिन तक नहीं रहता एक-न-एक दिन अवश्य यह बुरा वक्त भी अपने कक्ष की ओर वापस लौट जाएगा।बस हमें जरुरत है जागरूक होने की और एहतियात बरतने की।अंत में बस इतना कहना चाहूंगा अपना भी ख़्याल रखें और अपनों का भी।ईश्वर आप सभी को सदा स्वस्थ व ख़ुश रखें यही कामना है।
धन्यवाद
©कुमार संदीप
मौलिक, स्वरचित, अप्रकाशित
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