Jyoti Mishra
17 Jan, 2023
सुख- दुःख
सुख और दुःख का एक निश्चित अवधि के लिए मनुष्य के जीवन में आना और जाना लगा रहता हैं। सुख के समय में उत्साहित मनुष्य सुख जाने को किसी की नज़र का दोष देने लगते हैं।
जबकि वास्तविकता तो यह है सुख और दुःख तो आनी जानी है जिससे चलती मनुष्य के जिंदगी की कहानी हैं।
Paperwiff
by Jyotimishra
17 Jan, 2023
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