Jyoti Mishra
01 Oct, 2021
उङने की चाह
पिंजरे मैं कैद पंछी करें पुकार
वाह रे मनुष्य यह कैसा है प्यार
मुझसे मेरी आजादी छीन पिंजरे में बिठाए
फल फ्रूट खिलाकर मुझ पर प्यार जताए
कैसे तुझको समझाऊं ,मुख से मैं ना बोल पाऊं
मुझको प्यारा मेरा अंबर ,सच में तुझको जो है प्यार मुझसे ना छीन मुझसे मेरे पंखों की उड़ान ,उङने के लिए दे मुझे खुला आसमान
🐥
Paperwiff
by Jyotsna
01 Oct, 2021
पिंजरे में कैद पंछी करे पुकार
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